Chand Shayari in Hindi: चाँद शायरी २ लाइन

By | January 4, 2025

Chand Shayari, Chand Shayari in Hindi, Chand Shayari Love: दोस्तों जैसे कि आप सभी जानते है कि बदनाम शायरों ने चाँद पर कई शायरी लिखे है। इन शायरों ने चाँद (moon) को चंदा मामा से लाकर चाँद सी महबूबा तक की संज्ञा से नवाजा है। इस लेख में हम कुछ Chand Shayari पढने वाले है जो आप जरूर पसंद करेंगे।

दोस्तों चाँद हमेशा से प्रेमियों के लिए बहुत खास रहा है। प्रेमी अपनी प्रेमिका को खूबसूरत चाँद की तरह देखते है। यही कारण है कि इन प्रेमियों ने अपनी प्रेमिका की तारीफ में चाँद पर कई शायरी बना डाले है। इस लेख में हम इन शायरी टॉपिक्स के बारे में लिख रहे है:-

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Chand Shayari in Hindi: चाँद शायरी २ लाइन: महबूब को चाँद समझने वाले शायरी

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ये दिल न जाने क्या कर बैठा
मुझसे बिना पूछे ही फैसला कर बैठा
इस ज़मीन पर टूटा सितारा भी नहीं गिरता
और ये पागल चाँद से मोहब्बत कर बैठा

ना चाँद चाहिए ना फलक चाहिए
मुझे बस तेरी की एक झलक चाहिए

चाँद की चाँदनी से एक पालकी बनाई हैं
यह पालकी मैंने तारों से सजाई हैं
ऐ हवा जरा धीरे-धीरे चलना
मेरे दोस्त को बड़ी प्यारी नींद आई हैं

रात गुमसुम है मगर चांद खामोश नहीं
कैसे कह दू फिर आज मुझे होश नही
एसे डूबा हु तेरी आँखों की गहराइयो में आज
हाथ में शराब है मगर पीने का होश नही।

चाँदनी रात बड़ी देर के बाद आई है
लब पे इक बात बड़ी देर के बाद आई है
झूम कर आज ये शब-रंग लटें बिखरा दे
देख बरसात बड़ी देर के बाद आई है

दिलकश रंगत सी है तेरे इन सवालो में
हम जवाब देते-देते खो गए तेरे खयालो में
चाँद हमारा भी पैगाम उन्हें देना
कि हर पल साथ हूँ उसके रात और उजालो में।

तुझसे तो चांद भी जलता है
तेरी खूबसूरती पे हर कोई मरता है
दुआ करते है रब से की आप हमें मिलो
दिल हमारा बस आप ही को याद करता है।

टूटे खुवाब की तस्वीर कब पूरी होती है
चांद तारों के बीच भी दूरी होती है
देना तो खुदा हमें सब कुछ चाहता है
पर उसकी भी कुछ मजबूरी होती है।

रात की बात थी, खामोशियाँ साथ थी
दूर तक था सन्नाटा, स्याह काली रात थी
पुरजोर सर्द हवाएँ थी, ओस की बरसात थी
घना था कोहरा मगर, दुधिया चांदनी रात थी 💞💞🌹🌹

चाँदनी रात में और भी शिद्दत से आएगी याद उसकी,
बेहतर था हम सो जाते शाम होने से पहले।

चांद सा चेहरा देखने की इजाजत दे दो हमें
तुम्हें अपना बनाने की इजाजत दे दो हमें
हम इश्क करना चाहते हैं तुमसे
इश्क करने की इजाजत दे दो हमें।

चाँद तारों से आपकी बात करते हैं,
रात की तन्हाई में आपको याद करते हैं,
आप लौटकर आओ या ना आओ,
हम हर लम्हा आपका इंतजार करते हैं।

चांद पर थोड़ा गुरूर हम भी कर लें,
पर मेरी नजरें पहले महबूब से तो हटें..!!

एक अदा आपकी दिल चुराने की,
एक अदा आपकी दिल में बस जाने की,
चेहरा आपका चाँद सा और एक,
हसरत हमारी उस चाँद को पाने की..!!

चाँद को तारो का सहारा मिला है,
इस जहा को क्या नज़ारा मिला है,
हम खुद को खुश किसमत समझते है,
हमें आपका साथ सारी ज़िन्दगी का मिला है..!!

महफ़िल ना होती नज़ारे ना होते,
यु चांद के पहलू में सितारे ना होते,
हम इसलिए रहते है बेचैन आपके लिए,
क्योकि दिल के करीब सारे नहीं होते..!!

चांद से गुफ्तगू तो सिर्फ एक बहाना है
तन्हाई में दिल की बातों को जुबां पर लाना है

घूंघट उठा दिया उसने गली वीरान देख कर,
मैं ख़ुद हैरान हो गया गली में चांद देख कर।

रूठी बेगम, उड़ते बर्तन सब नज़ारे देखेंगे,
चांद को घर में लाने वाले दिन में तारे देखेंगे।

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